युवा ऊर्जा, दृढ़ नेतृत्व और पारदर्शी शासन से प्रगति की ओर बढ़ रहा उत्तराखंड
मुख्यमंत्री धामी के कुशल नेतृत्व और अभिनव निर्णयों से उत्तराखंड में हर क्षेत्र में हो रहे अभूतपूर्व कार्य
देहरादून । उत्तराखंड के युवा और ऊर्जावान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अटूट संकल्प, निर्णायक नेतृत्व और दूरदर्शी दृष्टिकोण से राज्य की विकास यात्रा को नई दिशा दी है। अल्प समय में उन्होंने जिस कुशलता से सुशासन, पारदर्शिता और जनभागीदारी के नए मानक स्थापित किए हैं, उसने न केवल उत्तराखंड की प्रशासनिक छवि को सशक्त बनाया है, बल्कि हर वर्ग के दिलों में विश्वास भी जगाया है। युवा जोश, दृढ़ इरादों और जनसेवा की भावना से प्रेरित धामी आज उस नेतृत्व के प्रतीक बन चुके हैं, जो फ्विकसित उत्तराखंडय् के सपने को साकार करने की दिशा में निरंतर अग्रसर हैं। प्रदेश में धामी सरकार ने हर क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। चाहे युवाओं के सशक्तिकरण की बात हो या आधारभूत संरचनाओं के विस्तार की, उद्योगों को बढ़ावा देने से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक उत्तरदायित्व तककृहर मोर्चे पर सरकार ने नया कीर्तिमान रचा है। महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ मुख्यमंत्री धामी ने पारदर्शी, जवाबदेह और संवेदनशील शासन देने में सफलता प्राप्त की है। मुख्यमंत्री धामी की सरकार को फ्युवाओं की सरकारय् कहा जाना किसी अतिशयोक्ति से कम नहीं। बीते चार वर्षों में लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए गए हैं। भर्ती परीक्षाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नकल विरोधी कानून बनाकर परीक्षा माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की गई। निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के साथ फ्मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाय् और फ्लर्न एंड अर्न प्रोग्रामय् जैसे प्रयासों ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मार्ग दिखाया है। धामी सरकार के कार्यकाल में देवभूमि का सांस्कृतिक और धार्मिक पुनर्जागरण भी देखने को मिला है। केदारनाथ धाम पुनर्निर्माण परियोजना, बद्रीनाथ मास्टर प्लान, जोलिंगकांग- शारदा कॉरिडोर और जौलजीबी-कैलाश मानसरोवर मार्ग विस्तार जैसी ऐतिहासिक परियोजनाओं ने उत्तराखंड को विश्व धार्मिक मानचित्र पर नई पहचान दी है। मुख्यमंत्री धामी ने स्वयं कई धार्मिक स्थलों का निरीक्षण कर जनसहभागिता से इन कार्यों को गति दी है। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में भी धामी सरकार ने उल्लेखनीय फैसले लिए हैं। सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 30 प्रतिशत आरक्षण, मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना, स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सहयोग और मिशन शक्ति अभियान के तहत सुरक्षा व रोजगार के अवसरों ने महिलाओं को राज्य के विकास की धुरी बना दिया है। धामी जी की सबसे बड़ी विशेषता उनकी पारदर्शिता और जवाबदेही है। उन्होंने भ्रष्टाचार पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई। यूकेएसएसएससी परीक्षा घोटाले को रद्द कर नए सिरे से पारदर्शी भर्ती करवाना उनकी ईमानदार कार्यशैली का प्रमाण है। फ्सीएम हेल्पलाइन 1905य् के माध्यम से जनता की समस्याओं का समाधान सीधे मुख्यमंत्री की निगरानी में होने से शासन में नई पारदर्शिता आई है। पर्यटन और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में भी उत्तराखंड ने अभूतपूर्व प्रगति की है। चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु पहुंचे, जिससे प्रदेश की अर्थव्यवस्था को नई गति मिली। ऑल वेदर रोड परियोजना, देहरादून एयरपोर्ट विस्तार, टनकपुर- बागेश्वर रेल लाइन और रामनगर से कौसानी हाईवे चौड़ीकरण जैसी योजनाएं तेजी से साकार हो रही हैं। पर्यटन, कनेक्टिविटी और इंÚास्ट्रक्चर के क्षेत्र में उत्तराखंड आज फ्नए युग का मॉडल राज्यय् बन चुका है। सामाजिक कल्याण और गरीबों के उत्थान के लिए भी धामी सरकार ने अनेक संवेदनशील कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री गरीब कल्याण योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हजारों परिवारों को घर, अन्न सुरक्षा योजना के अंतर्गत हर पात्र व्यक्ति को मुफ्रत राशन और वृद्ध, विधवा व दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी ने जनकल्याण के क्षेत्र में नई मिसाल कायम की है। शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी राज्य सरकार ने ठोस पहल की है। सरकारी स्कूलों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है, अस्पतालों में आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं और ई-संजीवनी सेवा से स्वास्थ्य सुविधाएं दूरदराज क्षेत्रों तक पहुंची हैं। वहीं, नमामि गंगे, हर घर जल योजना और हरित उत्तराखंड अभियान ने पर्यावरण संरक्षण को नई दिशा दी है। मुख्यमंत्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फ्विकसित भारत 2047य् के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड के विकास का समग्र रोडमैप तैयार किया है। उनका हर निर्णय फ्जनता प्रथम, उत्तराखंड सर्वापरिय् की भावना से प्रेरित है। हर क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने न केवल राज्य को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, बल्कि उत्तराखंड को देश के विकसित राज्यों की श्रेणी में अग्रणी बनाने की ठोस नींव रखी है।






