कुरैया में भाजपा प्रत्याशी कोमल चौधरी के नामांकन पर संकट टला
निर्वाचन आयोग के नये आदेश से कांग्रेस के इरादों को झटका
रुद्रपुर(उद संवाददाता)। जिला पंचायत चुनाव के तहत उधम सिंह नगर की ‘हॉट सीट’ बनी कुरैया सीट पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी के नामांकन पर छाया संकट आिखरकार टल गया है। निर्वाचन आयोग ने पूर्व के नियम पर यू-टर्न लेते हुए नया आदेश जारी किया है, जिससे न केवल कोमल चौधरी को राहत मिली है, बल्कि प्रदेशभर के ऐसे अन्य प्रत्याशी भी बड़ी राहत की सांस ले रहे हैं। गौरतलब है कि पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, यदि किसी प्रत्याशी का नाम एक से अधिक ग्राम पंचायतों, प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रें या नगर निकायों की निर्वाचक नामावली में दर्ज है, तो वह व्यक्ति पंचायत चुनाव लड़ने का अयोग्य माना जाएगा। इसी आधार पर भाजपा समर्थित प्रत्याशी कोमल चौधरी के नामांकन पर संकट गहरा गया था। कांग्रेस ने उनके नामांकन को चुनौती देने की पूरी तैयारी कर ली थी। कांग्रेस का आरोप था कि कोमल चौधरी ने पिछले नगर निकाय चुनाव में शहरी मतदाता के रूप में मतदान किया था। ऐसे में छह माह के भीतर ही वह कुरैया जैसे ग्रामीण क्षेत्र में मतदाता कैसे बन गईं, यह संदेहास्पद है। कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी के पति और कांग्रेस नेता सर्वेश सिंह ने आरोप लगाया कि कोमल चौधरी का ग्रामीण क्षेत्र में मतदान पहचान पत्र गलत तरीके से बनवाया गया है। प्रदेशभर में ऐसे कई और मामले भी सामने आए थे। जिससे उनके नामांकन निरस्त होने की नौबत आ गई थी। हालांकि अब राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल कुमार गोयल द्वारा जारी किए गए एक महत्वपूर्ण पत्र ने स्थिति को स्पष्ट कर दिया है। पत्र में कहा गया है कि अब किसी प्रत्याशी का नामांकन पत्र केवल इस आधार पर अस्वीकृत नहीं किया जाएगा कि उसका नाम एक से अधिक ग्राम पंचायतों, प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रें या नगर निकाय की निर्वाचक नामावली में दर्ज है। पत्र में यह भी स्पष्ट किया गया है कि ऐसे मामलों की जांच करते समय उत्तराखंड पंचायतीराज अधिनियम, 2016 की धारा 10(ख)(1) (प्रधान पद हेतु) के साथ धारा 9(13), 54(3) एवं 91(3) के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। अधिनियम के अनुसार, कोई भी व्यक्ति जिसका नाम संबंधित जिला पंचायत के प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावली में सम्मिलित है, वह उस निर्वाचन क्षेत्र में मत देने और प्रत्याशी बनने का अधिकार रखता है। इस आदेश के बाद कुरैया सीट पर भाजपा प्रत्याशी कोमल चौधरी की उम्मीदवारी पर मंडरा रहा खतरा समाप्त हो गया है। इस निर्णय ने कुरैया सीट पर चुनावी हलचलों को नया मोड़ दे दिया है।