किसानों को समृद्ध और सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध – पुष्कर सिंह धामी
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड महक क्रांति नीति का किया शुभारम्भ, सेटेलाइट सेंटरों का लोकार्पण और प्रयोगशाला का शिलान्यास भी किया
देहरादून(उद संवाददाता)।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सेलाकुई में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उत्तराखंड महक क्रांति नीति- 2026 -36 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने रिमोट के बटन दबाकर पांच सेटेलाइट सेंटरों और एएमएस (सी-14) प्रयोगशाला का शिलान्यास किया, वहीं सेटेलाइट सेंटर भाऊवाला का लोकार्पण भी किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े और योजना के महत्व को साझा किया। मुख्यमंत्री धामी ने इस अवसर पर कहा कि सरकार किसानों को समृद्ध और सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि महक क्रांति नीति के तहत किसानों को न केवल कृषि उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाएगा, बल्कि खेती से जुड़ी तकनीक और प्रशिक्षण भी उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड आज कई क्षेत्रें में पूरे देश के लिए उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है और महक नीति इसके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। सीएम धामी ने बताया कि इस नीति के अंतर्गत सात अरोमा वैलियों का विकास किया जाएगा और सुगंधित फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए छह सेटेलाइट सेंटरों का लोकार्पण किया जा रहा है, ताकि किसान अपनी खेती में वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाएं और उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार कर सकें। इस नीति में पोधशाला विकास, खेती हेतु अनुदान, फसल कटाई और प्रसंस्करण में सहायता, प्रशिक्षण और क्षमता विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए नीति में एक हेक्टेयर तक की भूमि पर 80 प्रतिशत और इससे अधिक भूमि पर 50 प्रतिशत तक सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पहल के तहत लगभग 23 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग एक लाख किसानों को जोड़ा जाएगा। उनका लक्ष्य है कि आने वाले दस वर्षों में सुगंधित फसलों की खेती का टर्नओवर 1200 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाए। इससे न केवल ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि किसानों को नई आय और रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संगंध पौधा केंद्र और डाबर इंडिया के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू के हस्ताक्षर की भी घोषणा की। इसके माध्यम से किसानों को तकनीकी सहायता, नवाचार और बाजार तक पहुंच सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की यह पहल किसानों की आय दोगुनी करने और उत्तराखंड को देश में सुगंधित कृषि के क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है। देश के 11 करोड़ से अधिक किसान किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से लाभान्वित हो रहे हैं और सभी फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाकर किसानों को बेहतर अवसर दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि महक क्रांति नीति केवल किसानों के लिए नहीं बल्कि पूरे राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था, कृषि नवाचार और रोजगार सृजन के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। इस पहल से उत्तराखंड की पहचान सुगंधित कृषि और वैज्ञानिक खेती के क्षेत्र में और मजबूत होगी, जिससे राज्य किसानों के लिए आदर्श और पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, विधायक सहदेव सिंह पुंडीर, भुवन विक्रम डबराल, भाजपा जिलाध्यक्ष मीका सिंह, गिरीश डोभाल, प्रोफेसर मनमोहन चौहान, सुरेंद्र नारायण पांडे, डॉ- पीके जैन, सुमित चौधरी समेत तमाम अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद थे।






