अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव पहुंचने पर मुख्यमंत्री धामी का हुआ जोरदार स्वागत
कुरुक्षेत्र। अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंचे उत्तराखंड सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कुरूक्षेत्र की इस पवित्र भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को गीता का शास्वत उपदेश दिया था। उन्होंने कहा कि वहीं श्री भागवत गीता के रूप में मानवता का शास्वत ज्ञान बनकर पूरे विश्व का मार्ग दर्शन कर रही है। इस पावन धरा को वह दोनों हाथ जोड़कर प्रणाम करते हैं। कुरूक्षेत्र के पुरूषोत्तमपुरा बाग में आयोजित संत सम्मेलन को सम्बोधित करते हुये श्री धामी ने कहा गीता कर्म का संदेश देते है। कर्मण्येवाधिकारस्त मा फलेषु कदाचन, यह एक लाईन मुझे याद है। उन्होंने आगे कहा कि समाज के कल्याण के लिए किया गया कार्य ही सबसे बड़ा धर्म है। यह सन्देश सदा प्रेरणा देता है कि व्यक्ति को अपने लाभ, स्वार्थ और अहंकार से ऊपर उठकर निष्काम भाव से राष्ट्र और सम्पूर्ण मानवता के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जीवन की प्रत्येक कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में यह एक अद्भुत, प्रेरणादायक श्लोक के रूप में मार्ग दर्शन करता है। श्री धामी ने कहा कि हम सनातन धर्म को बदनाम करने वाले ऐसे छद्म वेशधारियों के खिलाफ भी आपरेशन कालनेमी के तहत सख्त कार्रवाई कर रहे हैं। इस अभियान में हमने हजारों ऐसे पाखडियों और विधर्मियों को गिरफ्रतार किया है जो सनातन धर्म की गरिमा को ठेस पहुंचा रहे थे। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ऐसे कई घुसपैठिये भी हैं जो नाम और भेष बदलकर उत्तराखण्ड की पवित्र धरा को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक राज्य की स्थापना करने का लक्ष्य हमने निर्धारित किया है। हमारी सरकार इस उद्देश्य को सिद्ध करने के लिए अपने दृढ़ संकल्प के साथ निरंतर कार्य कर रही है। श्री धामी ने अपनी सरकार की उपलब्धि गिनाते हुये कहा कि उन्होंने लव जिहाद,लैंड जिहाद और धर्मान्तरण के खिलाफ कानून बनाया है। मदरसा बोर्ड खत्म करने का काम किया। अब वहा स्कूली पाठयक्रम को लागू किया है। 10 हजार एकड़ भूमि को लैंड जिहाद से मुक्त कराया और उनका यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। श्री धामी ने वर्ष 2027 में होने वाले कंुभ मेला में हरियाणावासियों को ससम्मान आमंत्रित किया। श्री धामी के कार्यक्रम में पहुंचने पर आयोजकों द्वारा उनका जोरदार स्वागत करते हुये उन्हे सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर,मध्य प्रदेश के पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद, जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि और शंकराचार्य के साथ देश भर के कई संत मुख्य मंच पर मौजूद रहे और उन्होंने भी अपना वक्तव्य दिया।






