*_’असली काटने वाले तो…’: संसद में ‘कुत्ते’ को लेकर मचे बवाल पर बोलीं, रेणुका चौधरी_*
नई दिल्लीः संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत एक दिसबंर से शुरु हुई. हमेशा की तरह हंगामेदार रहने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार सियासी गरमी किसी विधेयक या नीति पर नहीं, बल्कि एक ‘कुत्ते’ पर मची है. कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के संसद परिसर में कुत्ते के साथ पहुंचने पर बवाल मचा हुआ है. एक बेजुबान जानवर पर मची यह रार अब मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है.
क्या है मामला?
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी एक छोटे पिल्ले को लेकर संसद परिसर में दाखिल हुईं. सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस नेता रेणुका चौधरी के एक कुत्ते के साथ संसद भवन परिसर में प्रवेश करने को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे सुरक्षा में सेंध और प्रोटोकॉल का उल्लंघन बताया, जिसके बाद मामला गरमा गया.
रेणुका चौधरी का बयान:
विवाद बढ़ने पर कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने सफाई दी और सरकार पर पलटवार किया. अपने बयान में उन्होंने सवाल किया कि “क्या कोई कानून है (जो इसकी मनाही करता हो)? मैं आ रही थी. एक स्कूटर कार से टकरा गया. यह छोटा पिल्ला सड़क पर भटक रहा था. मैंने सोचा कि यह कुचल जाएगा, इसलिए मैंने उसे उठाया, कार में रखा, संसद आई और उसे वापस भिजवा दिया. तो फिर इस चर्चा का क्या मतलब है?”
उन्होंने आगे तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा, “असली काटने वाले तो संसद में बैठे हैं, वे सरकार चला रहे हैं. हम एक बेजुबान जानवर की देखभाल करते हैं, और यह एक बड़ा मुद्दा और चर्चा का विषय बन गया है. क्या सरकार के पास करने के लिए और कुछ नहीं है? मैंने कुत्ते को घर भेज दिया और उन्हें घर पर रखने को कहा… हम उन लोगों के बारे में बात नहीं करते जो रोज संसद में बैठकर हमें काटते हैं.”
जगदंबिका पाल की नाराजगीः मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने इस घटना को सुरक्षा का गंभीर मामला बताया. उन्होंने कहा, “संसद परिसर एक उच्च सुरक्षा वाला क्षेत्र है. यहां किसी जानवर को लाना सुरक्षा प्रोटोकॉल का सीधा उल्लंघन है. एक सांसद होने के नाते, उन्हें नियमों का पालन करना चाहिए था.”






