*_2008 के दंगे मामले में ठाणे कोर्ट में पेश हुए राज ठाकरे, खुद को बेकसूर बताया_*
ठाणे: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) चीफ राज ठाकरे से जुड़े 2008 के एक पुराने केस को लेकर ठाणे कोर्ट में एक अहम सुनवाई हुई. राज ठाकरे आज (11 दिसंबर) 2008 के केस की सुनवाई के लिए ठाणे में चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट अभिजीत कुलकर्णी की कोर्ट में पेश हुए.
सुनवाई के दौरान, राज ठाकरे ने जज के सामने खुद को बेकसूर बताया. उनके वकील ने यह जानकारी दी. कोर्ट ने यह कहते हुए कि वह केस को जल्दी सुलझाना चाहता है, राज ठाकरे को अहम हिदायतें दीं. कोर्ट ने कहा, “हमारे साथ सहयोग करें, और यह केस एक महीने में खत्म हो जाएगा. आपको वापस आने की भी जरूरत नहीं होगी.”
जब MNS चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट ए वी कुलकर्णी के सामने पेश हुए तो बड़ी संख्या में समर्थक बाहर जमा हो गए. कोर्ट ने 19 अक्टूबर 2008 को दंगा करने, उम्मीदवारों पर हमला करने और पुलिसवालों पर हमले के मामले में उनके और उनकी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ आरोप तय किए हैं.
जब मजिस्ट्रेट ने ठाकरे से पूछा कि क्या वह आरोप मानते हैं, तो उन्होंने ‘नहीं’ में जवाब दिया. उनके वकील राजेंद्र शिरोडकर ने बताया कि कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 16 दिसंबर, 2025 को तय की है.उन्होंने कहा कि जब भी आदेश मिलेगा, राज ठाकरे कोर्ट की कार्यवाही में शामिल होंगे. जब ठाकरे सुनवाई के लिए पहुंचे तो कोर्ट परिसर में भारी भीड़ और पुलिस बंदोबस्त देखा गया.
क्या है पूरा मामला?
2008 में, रेलवे भर्ती के दौरान, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) कार्यकर्ताओं ने कल्याण स्टेशन पर कथित तौर पर उत्तर भारतीय उम्मीदवारों पर हमला किया और रेलवे प्रॉपर्टी को काफी नुकसान पहुंचाया.इन हमलों के सिलसिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के मुखिया राज ठाकरे के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. आरोप था कि राज ठाकरे ने दूसरे राज्यों के लोगों को टारगेट किया, यह दावा करते हुए कि उन्होंने मराठी युवाओं से नौकरियां छीन ली हैं, और उनके खिलाफ हिंसा भड़काई.






