*_पंजाब: पूर्व सैनिक ने AK-47 से की पत्नी और सास की हत्या, फिर खुद को गोली से उड़ाया_*
गुरदासपुर: पंजाब के गुरदासपुर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है. एक पूर्व सैनिक ने एके-47 से पत्नी और सास की बेरहमी से हत्या कर दी. बाद में पकड़े जाने पर उसने खुदकुशी भी कर ली. बताया जा रहा है कि घरेलू हिंसा के चलते उसने इस कृत्य को अंजाम दिया. आरोपी पूर्व सैनिक का नाम गुरप्रीत सिंह है. वहीं उसकी पत्नी का नाम अकविंदर कौर और सास गुरजीत कौर थी.
बताया जा रहा है कि आरोपी वर्तमान में जेल में गार्ड के पद पर कार्यरत था और बीती रात उसने गाँव गुठी में जाकर सरकारी एके-47 से इस वारदात को अंजाम दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी गुरप्रीत सिंह मौके से फरार हो गया और गुरदासपुर के स्कीम नंबर 7 स्थित सरकारी क्वार्टर में छिप गया. जब पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने की कोशिश की तो उसने खुद को गोली मारने की धमकी दी. पुलिस एक घंटे तक उससे आत्मसमर्पण करने की अपील करती रही, लेकिन आत्मसमर्पण करने के बजाय अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.
आरोपी गुरप्रीत सिंह की पत्नी की बहन ने बताया, ‘उनकी शादी 2016 में हुई थी. यह व्यक्ति कथित रूप से मानसिक रूप से बीमार था. उसके खिलाफ मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना की शिकायत पुलिस और महिला विंग में शिकायत की गई थी.
गुरदासपुर के एसएसपी आदित्य ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी गुरप्रीत सिंह गुरदासपुर का रहने वाला था और सेना से सेवानिवृत्त था. वह गुरदासपुर की केंद्रीय जेल में निजी कंपनी पेस्को में गार्ड के तौर पर ड्यूटी पर था.
एसएसपी आदित्य ने कहा, ‘हमें देर रात सूचना मिली कि गुरप्रीत सिंह नाम का एक कर्मचारी अपने साथ सरकारी हथियार लेकर गया है और उसने उसी हथियार से अपनी पत्नी और सास की हत्या कर दी है. जिसके चलते हमने उसे गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग टीमों के माध्यम से जाँच शुरू की.’
शुरुआती जाँच में पता चला कि आरोपी ने घरेलू हिंसा के चलते इस वारदात को अंजाम दिया था. आरोपी गुरप्रीत सिंह सेना से सेवानिवृत्त था और अब एक निजी कंपनी पेस्को के माध्यम से गुरदासपुर की सेंट्रल जेल में गार्ड के पद पर तैनात था, जहाँ से उसने सरकारी हथियार लेकर अपनी पत्नी और सास की हत्या कर दी. पुलिस उसे लगभग एक घंटे तक आत्मसमर्पण करने के लिए कहती रही, लेकिन उसने खुद को भी गोली मार ली.
शुरुआती जाँच में पता चला है कि मृतक आरोपी गुरप्रीत का अपनी पत्नी के साथ अदालती विवाद चल रहा था, जिसके चलते इस वारदात को अंजाम दिया गया. इन क्वार्टरों में कई अन्य रिहायशी घर भी थे, जिसके कारण पुलिस ने आरोपी को चारों तरफ से घेर लिया था और उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कह रही थी, लेकिन उसने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.






