*_कानपुर देहात में फर्जी दरोगा गिरफ्तार, मोबाइल में मिली 62 जिलों की 1019 FIR, साइबर ठगी का ये तरीका जान हो जाएंगे हैरान_*
कानपुर देहात : मंगलपुर थाना पुलिस और एसओजी ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है. आरोपी फर्जी दरोगा या विजिलेंस का अधिकारी बनकर मुकदमा खत्म कराने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. आरोपी के मोबाइल फोन में 62 जिलों से संबंधित 1019 FIR और 44 क्यूआर कोड मिले हैं. आरोपी यूपी कॉप ऐप से पुलिस की FIR डाउनलोड कर ठगी का काम करता था. पुलिस ने आरोपी के पास से 10 हजार रुपए, एक बाइक भी बरामद की है.
पुलिस अधीक्षक श्रद्धा पांडेय ने बताया, आरोपी की पहचान मध्य प्रदेश के निवाड़ी के रहने वाले निगम यादव पुत्र अखिलेश यादव के रूप में हुई है. बीते बुधवार को मंगलपुर थाना क्षेत्र के गांव फरीदपुर के रहने वाले अजय कुमार ने एक तहरीर दी थी. अजय कुमार ने बताया था कि एक युवक फर्जी अधिकारी बनकर बिजली का बिल कम करवाने के नाम पर धमकी दे रहा है.
युवक ने खुद को कानपुर देहात के विजिलेंस विभाग का फर्जी दरोगा बनकर बिजली विभाग का मुकदमा खत्म कराने के नाम पर 25 हजार रुपए की मांग कर रहा था. पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. मुखबिर की सूचना पर आरोपी निगम यादव को सीएचसी संदलपुर से गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में आरोपी निगम यादव ने बताया, पुलिस की आधिकारिक ऐप यूपी कॉप से थानों में दर्ज हुई एफआईआर की कॉपी डाउनलोड करता था. फिर मेरी पंचायत ऐप से ग्राम प्रधान व ग्राम के अन्य लोगों के नंबर पर कॉल करके FIR में आरोपी व्यक्तियों का नंबर ले लेता. फिर मुकदमे को खत्म कराने का लालच देकर रुपए ले लेता.
पुलिस अधीक्षक श्रद्धा पांडेय ने लोगों से अपील की है कि यदि कोई भी भय के माध्यम से पैसे मांगे, चाहे वह मुकदमे के संबंध में हो या किसी अश्लील वीडियो के संबंध में. भय या लालच में आकर किसी को रुपए न दें. यदि पुलिस विभाग से आपको फोन कर यह कहता है कि पैसा देने पर आपका मुकदमे से नाम कट जाएगा तो यह सरासर झूठ है. ऐसी किसी भी कॉल को गंभीरता से न लें. अगर ऐसी कोई कॉल किसी के पास आती है, तो वह अपने नजदीकी थाने पर संपर्क करें.






