*_’पैसों का लालच’ और ‘रिश्तों के जाल’ से युवाओं को आतंकी बना रहा बब्बर खालसाः NIA का खुलासा_*
नई दिल्ली: खालिस्तान समर्थक संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) पंजाब के युवाओं को आतंकी नेटवर्क में फंसाने के लिए ‘पारिवारिक रिश्तों’ और ‘आर्थिक प्रलोभन’ का इस्तेमाल कर रहे हैं. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जांच में सामने आया है कि ये संगठन पहले युवाओं के परिजनों या रिश्तेदारों से संपर्क साधते, फिर पैसों और बेहतर भविष्य के वादों से भरोसा जीतते हैं.
पंजाब के बटाला जिले के किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर बीकेआई द्वारा रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) आतंकी हमले के मामले में एनआईए की जांच के बाद यह खुलासा हुआ है. एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि बीकेआई के सभी विदेशी संचालक पारिवारिक संबंधों का फायदा उठाते हैं. युवाओं को पैसे का लालच देकर भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल करते हैं.
अधिकारी के अनुसार, पिछले 10 महीनों में कम से कम एक दर्जन ऐसे मामले प्रकाश में आए हैं, जहां युवाओं को आकर्षित करने के लिए पारिवारिक संबंधों और अन्य कमजोरियों का फायदा उठाया गया है. एनआईए की तकनीकी और आईटी टीम ने सोशल मीडिया पर सभी संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी बढ़ा दी है, ताकि ऑनलाइन भोले-भाले युवाओं को भर्ती करने की आतंकवादी समूहों की रणनीति को नाकाम किया जा सके.
जांच में पता चला कि, “बीकेआई के विदेश स्थित आतंकवादी गुर्गों ने भारत के खिलाफ आतंकवाद फैलाने के लिए पंजाब में कमजोर युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया.” सुरक्षा एजेंसियों को चिंता इस बात की है कि आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ के कारण बीकेआई और लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के बीच संबंध मजबूत हो गए हैं.
अधिकारी ने कहा, “आतंकी साजिश से संबंधित
आरसी-39/2022/एनआईए/डीएलआई में अब तक की गई पूछताछ के बाद, यह पाया गया कि विभिन्न समूह भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए एक आतंकवादी-गैंगस्टर गठजोड़ में आ गए हैं. भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए लॉरेंस बिश्नोई गिरोह ने प्रतिबंधित बब्बर खालसा इंटरनेशनल के साथ मिलकर यह आतंकी साजिश रची थी. यह पाया गया कि बीकेआई और बिश्नोई समूह दोनों ही ऐसे युवकों की भर्ती करते हैं जो गिरोह के सदस्यों के लिए जाली दस्तावेज तैयार कर सकते हैं.
एनआईए ने दावा किया कि किला लाल सिंह पुलिस स्टेशन पर हमला बीकेआई सदस्यों द्वारा, विदेशी आतंकवादियों के सक्रिय समर्थन से, आतंक फैलाने और भारत विरोधी समूहों के एजेंडे को बढ़ावा देने के इरादे से किया गया था. एनआईए ने इस मामले में 11 आरोपियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. एजेंसी, मामले में संलिप्तता के लिए 11 अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है.






