एअर इंडिया क्रैश: टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद बंद हुए दोनों इंजन, पायलटों के बीच हुई रहस्यमयी बातचीत

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एअर इंडिया क्रैश: टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद बंद हुए दोनों इंजन, पायलटों के बीच हुई रहस्यमयी बातचीत

 

 

नई दिल्ली/अहमदाबाद, ब्यूरो। अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के महज 30 सेकेंड के भीतर हुए एअर इंडिया विमान हादसे को लेकर भारतीय विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आ गई है। 15 पन्नों की इस रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जिससे हादसे की वजहों को लेकर रहस्य और गहराता जा रहा है।

इंजन अचानक बंद हुए, फ्यूल सप्लाई भी कट गई

AAIB के अनुसार, टेकऑफ के तुरंत बाद दोनों इंजन के फ्यूल कटऑफ स्विच अचानक रन से कटऑफ पोजिशन में चले गए, जिससे ईंधन की आपूर्ति रुक गई और इंजन रोटेशन स्पीड तेजी से गिरने लगी। इसके कारण विमान हवा में ही निष्क्रिय हो गया और कुछ ही पलों में क्रैश कर गया।

कॉकपिट रिकॉर्डिंग में पायलटों की बातचीत

रिपोर्ट में दर्ज कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर की जानकारी ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। मुख्य पायलट सुमीत सुभरवाल ने को-पायलट क्लाइव कुंदर से सवाल किया, “तुमने फ्यूल क्यों बंद किया?” इसके जवाब में को-पायलट ने कहा, “मैंने कुछ नहीं किया।”

इस बातचीत ने हादसे की संभावित तकनीकी या मानवीय गलती को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं।

एक बांग्लादेशी यात्री ही जीवित बचा

गौरतलब है कि 12 जून को एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 अहमदाबाद से लंदन गैटविक के लिए रवाना हुई थी। विमान में 242 लोग सवार थे, जिनमें से केवल एक यात्री जीवित बचा, बाकी सभी की मौत हो गई। यह ड्रीमलाइनर (Boeing 787-8) विमान की अब तक की सबसे घातक दुर्घटना मानी जा रही है।

EAFR से डेटा निकालने में कठिनाई, जांच जारी

AAIB ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के एक्सटेंडेड एयरफ्रेम फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) को गंभीर क्षति पहुंची है और पारंपरिक तरीकों से डेटा निकालना संभव नहीं हो सका है। स्पेशल तकनीक से डेटा एक्सेस करने की कोशिश की जा रही है। साथ ही चश्मदीदों और जीवित बचे इकलौते यात्री के बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं।

एअर इंडिया का बयान

एअर इंडिया ने AAIB की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा:

“हम इस दर्दनाक हादसे से प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं और प्रारंभिक जांच रिपोर्ट को स्वीकार करते हैं। हम AAIB और अन्य नियामक एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं। जब तक जांच पूरी नहीं होती, हम किसी विवरण पर टिप्पणी नहीं करेंगे।”

तकनीकी खामी या मानवीय चूक?

फिलहाल जांचकर्ता यह स्पष्ट नहीं कर पाए हैं कि इंजन बंद होने की घटना तकनीकी खराबी थी या पायलटों की मानवीय गलती। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब तक की जांच में ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है जिससे विमान या उसके इंजन निर्माता पर कोई सुरक्षा चेतावनी जारी करनी पड़े।


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