*मजदूर विरोधी 4 श्रम संहिताओं के खिलाफ 9 जुलाई को हड़ताल, प्रदर्शन का ऐलान*
9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी ट्रेड यूनियन (मजदूर) हड़ताल को सफल बनाने की तैयारियों को लेकर श्रमिक संयुक्त मोर्चा के पदाधिकारियों की बैठक मोर्चा कार्यालय में संपन्न हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के अध्यक्ष दिनेश तिवारी ने कहा कि 9 जुलाई की राष्ट्रव्यापी मजदूर हड़ताल के तहत गल्ला मंडी रुद्रपुर में 2 बजे से सभा और प्रदर्शन आयोजित किया जाएगा। जिसमें सिडकुल की तमाम ट्रेड यूनियन, मजदूर संगठन हिस्सा लेंगे।
दिनेश तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा श्रमिकपक्षीय 44 श्रम कानूनों को खत्म करके 4 नए श्रम कोड लाए गए है। जिनके लागू होने के बाद मजदूरों के अधिकार प्रभावित होंगे। पूंजीपति मजदूरों को बधुआ गुलाम बना देंगे, श्रमिकों की फैक्ट्रियों में 8 के बजाए 12 घंटे काम कराया जायेगा, मजदूरों को यूनियन बनाने के अधिकार पर डाका पड़ेगा। इसलिए इन 4 नए श्रम कानूनों के खिलाफ 9 जुलाई की हड़ताल का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर किया गया है। हड़ताल के मुख्य मुद्दे पुराने 44 श्रम कानूनों की बहाली, 4 श्रम संहिताओं की वापसी, न्यूनतम वेतन 30 हजार करने, मजदूरों के शोषण पर रोक लगाने, महिला स्कीम कर्मियों को वेतन व सम्मान मिलने आदि मुख्य मुद्दे रहेंगे।
इस दौरान मोर्चे के महामंत्री चंद्रमोहन लखेड़ा, दलजीत सिंह, साहब सिंह, दिनेश चंद्र, हरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह , ललित मटियाली, अनिता अन्ना आदि पदाधिकारी थे।